इम्युनिटी अच्छी करनी है तो मसाले खाए ?
हम सब बहुत ही
पुराने ज़माने से मसालों का इस्तिमाल करते आ रहे है जिसमे हल्दी और मिर्च प्रमुख मसालों
मे से एक है | इनमे बहुत से
मसाले तो एसे है जो हमारे यहाँ से ही पुरे दुनिया को निर्यात किया जाता है | इन मसालों
की वजह से हमारा स्वास्थ सही रहता है, इसका दावा किया जाता है और इसपे तो काफी वैज्ञानिकों की ख़ोज भी चल रहा है |आप सभी को पता
ही है की नींबू का रस पानी के साथ मिलाकर पीने से वजन कम करने में काफी फायदा मिलता
है,साथ ही किसी भी प्रकार का दर्द हो तो हल्दी का सेवन से यह तुरंत ठीक हो जाता है
और अदरक गला खराब का रामवाण इलाज है.
अमरीका के राष्ट्रपति हिलरी क्लिंटन 2016 में चुनाव प्रचार के समय बीमारियों से
बचने के लिए रोज एक लाल मिर्च का सेवन करती थी. अनेको वषों
से सर्दियों में जो हमारे यहाँ हल्दी का इस्तेमाल
किया जा रहा है, अब सुपरफ़ूड
की श्रेणी में आ गई
है.अनेको देशो के कॉफ़ी शॉप में इसे 'गोल्डन लाते' के नाम से
हल्दी वाली कॉफ़ी पिलाई जा रही है.
मसालों के फ़ायदे की सच्चाई
हल्दी रोग प्रतिरोधक क्षमता
बढ़ाने का सबसे अच्छा
माध्यम है ,इस तरह का मैसेज तो आपके पास भी ख़ूब आया होगा. क्या मसाला
सच में हमें स्वादिष्ट खाने के साथ फ़ायदा दिलाता है या इसका कोई बहुत बड़ा नुकसान भी
है.
मसालों में
सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला लाल मिर्च है, इसके अनेक फ़ायदे और कुछ नुकसान भी होते
है .
लाल
मिर्च के महत्वपूर्ण तत्व
है-कैपसाइसिन. जब हम लाल मिर्च
खाते हैं तो कैपसाइसिन
शरीर में तापमान का
तालमेल बैठाने
वाली कोशिकाओं के संपर्क में
आता है और हमारे दिमाग़ को
गर्मी महसूस करने का सिग्नल
देता है.कुछ
शोधकर्ताओं का ये भी
कहना है
कि कैपसाइसिन मनुष्यों को लंबे समय
तक जीवित रखने में सहायक है |
लाल मिर्च के फ़ायदे
इटली
में 2019 में जो रिसर्च हुई उसके मुताबिक़, जो लोग हफ़्ते
में चार दिन, अपने
खाने में लाल मिर्च का उपयोग करते है उनका समय से पहले मिर्त्यु का खतरा कम हो जाता
है. ऐसे लोगों में कैंसर, दिल
की बीमारियां और सांस संबंधी
बीमारियां काफ़ी कम होती हैं.
लेकिन
इसका ये मतलब बिल्कुल
नहीं है कि अच्छे
सेहत के लिए ज़्यादा से
ज़्यादा लाल मिर्च का
सेवन शुरू कर दिया
जाए.कहने का मतलब
ये है कि मिर्च
वाले खानों का इस्तेमाल करने
से मेटाबॉलिक एक्टिविटी यानी खाना पचाने
की क्रिया दुरुस्त रहती है. कोलेस्ट्रॉल
नियंत्रित रहता है जिससे
हमारी दिल की बीमारियों की
आशंका कम हो जाती
है.
मिर्च के अधिक इस्तेमाल से नुक्सान
मिर्च के अधिक
सेवन से हमारा दिमाग धीरे काम करने लगता है.
इसके अधिक इस्तेमाल
से याददाश्त भी कमजोर होती है, इसके साथ साथ अक्सर जलन
की शिकायत भी
होती है.
हल्दी
के फ़ायदे?
हल्दी
को सर्वगुणसंपन्न कहा गया है.
हल्दी में क्योरक्यूमिन नाम
का तत्व काफ़ी मात्रा
में पाया जाता है.
हल्दी के अनेको
फ़ायदे में से जलन, तनाव,
दर्द प्रमूख है. कई शोध में पाया गया है
कि क्योरक्यूमिन में कैंसर जैसी
घातक बीमारी से लड़ने की
क्षमता होती है. क्योरक्यूमिन
पानी में आसानी से
नहीं घुल इसलिए
जितनी
हल्दी हम खाते हैं,
उसका पूरा फ़ायदा हमारे
शरीर को नहीं मिल
पता.
मसालों
का आयुर्वैदिक महत्व भी है. भारत
में तो हज़ारों साल
से मसालों के इस महत्व
को प्राथमिकता दी गई है.
पश्चिमी देशों के लिए ये
खोज अभी बिल्कुल नई है.इसलिए
वो इसे नए दौर
की दवाओं के तौर पर
देख रहे हैं.
No comments:
Post a Comment